ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
170 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न
परिशिष्ट 21 नये नियम का आचार-विचार परमेश्र के रज् के ऊपर-नीचे जीवन जीन रेव् . डॉ. डॉन एल. डेविस
उल ा होने का स
प्रग हआ
पवित् रशासत् र
गर अमीर बनेंगे तथ अमीर गर
लूक 6.20-26 मत्ती 21.31-32 1 पत. 5.5-6 लूक 18.14 यूहन् ना 9.39 यूहन् ना 9.40-41
व् यवस् था को तोड़ने ले तथ योग् लोग ए गए
जो अपने आप को नम्र करने उन्ें ऊँ जो स्वंय को ऊँ करेंगे उन्ें नी
जएग
जएग
अंधो को रौशनी द जे गी
जो देखने क द करते हैं उन्ें अँ बन जएग हम मसीह के गुलम होने के द्धार स्वतंत्र होंगे
रोमि. 12.1-2 1 कुरि. 1.27 1 कुरि. 1.27
परमेश्र ने जो मुर्खत है उसे चुन त बुद्धमनों को लज् जत कर सके परमेश्र ने जो कमजोर है उसे चुन जिससे बल न को लज् जत कर सके परमेश्र ने नीच तथ तुच् लोगों को चुन जिससे जो चीजें नहं हैं उन्ें ल ज सके
1 कुरि. 1.28
हम इस संसर को खोकर दूसरे संसर को प्त कर सकते हैं
1 तिमु. 6.7
यदि तुम इस जीवन से प्रेम करोगे तो इसे खो दोगे; इस जीवन से घृण करो, और तुम दूसरे में बने रहोगे
यूहन् ना 12.25
तुम सब के सेवक बनकर महन हो सकते हो
मत्ती 10.42-45
यदि तुम यहँ भंडरों को जम कर के रहोगे तो आपके पस स्वर्ग में पुरु ऊपर भंडरों को एकत्रित करो, तो तुम स्वर्ग के धन को प्त करोगे
र है
मत्ती 6.19 मत्ती 6.20
पूर्ण जीवन जीने के लिए स्वंय की मृत् य को स्वीकर कर लो
यूहन् ना 12.24
सर संसरिकत की ख् याति को खो दो जिससे स्वर्ग की भलई प्त कर सके जो पहले हैं आखिर में होगें, और जो आखिर में हैं पहले होंगे यीशु क अनुग्ह आपके कमजोर में सिद् हुआ है, न कि आपके बल में परमेश्र क सबसे बड़ बलिदन प तप तथ टुट हुआ मन है
. 3.3-7
मरकुस 9.35 2 कुरि. 12.9 भ. सं. 51.17
यह अच् छा है कि दूसरों को देन न कि उनसे प्त करन
प्रेरितों के कम 20.35
परमेश्र की ओर से सबसे उत्तम को प्त करने के लिए जो कुछ आपके पस है उसे दे देवें
लूक 6.38
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