ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
174 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न
परिशिष्ट 25 बाइबि ल सबंधि समर्थन के सथ निसेन क्रड अर्बन मिनिस्ट्री इंस्टिट् य ट
हम एक परमेश्र पर विश्वास करते हैं, (व् या. वि. 6.4-5; मरकुस 12.29; 1 कुरि. 8.6) सर्वशकतिमन पित, (उत् पत्त 17.1; दानि य् य ल 4.35; मत्ती 6.9; इफि. 4.6; . . 1.8) स्वर्ग और पृथ् व और (उत् पत् त 1.1; . 40.28; . . 10.6) सब दृश् मन तथ अदृश् वस्तुओं को बनने ल (भ. सं. 148; रोमि. 11.36; . . 4.11) हम एक प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं, जो परमेश्र क एकलौत पुत्र है, सब युगों से पहले पित क एकलौत पुत्र, परमेश्र से परमेश्र, ज् योत से ज् योत, सच् चा परमेश्र से सच् चा परमेश्र, एकलौत न की सृज ग , पित के समन वाभव, (यूहन् ना 1.1-2; 3.18; 8.58; 14.9-10; 20.28; कुलु. 1.15, 17; इब्रानियों 1.3-6 जिसके द्धार सब वस्तुओं की सृष्टि हुई| (यूहन् ना 1.3; कुलु. 1.16) जो हमरे लिए पुरुष बन और हमरे उद्धार के लिए स्वर्ग से उतर आ और पवित्र आत् मा तथ कुँ र मरियम के द्धार देह र हुआ तथ मनुष् बन ग | ग , दुःख उठ और गड़ ग | (मत्ती 27.1-2; मरकुस 15.24-39, 43-47; प्रेरितों के कम 13.29; रोमियों 5.8; इब्रानियों 2.10; 13.12) पवित् र स्त्र के अनुसर वह तीसरे दिन जी उठ, (मरकुस 16.5-7; लूक 24.6-8; प्रेरितों के कम 1.3; रोमि. 6.9; 10.9; 2 तिमु. 2.8) स्वर्ग पर उठ ग , और वो पित के दहिनी हथ की ओर बैठ हुआ है| (मरकुस 16.19; इफि. 1.19-20) वो फिर से महिम में आएग जिससे सभी जीवित और मृतकों क न् याय कर सके, और उनके रज् क अंत न होग| ( . 9.7; मत्ती 24.30; यूहन् ना 5.22; प्रेरितों के कम 1.11; 17.31; रोमि. 14.9; 2 कुरि. 5.10; 2 तिमु. 4.1) हम पवित्र आत् मा में विश्वास करते हैं जो प्रभु तथ जीवन देने ल है, (उत् पत्त 1.1-2; अय् यू 33.4; भ. सं. 104.30; 139.7-8; लूक 4.18-19; यूहन् ना 3.5-6; प्रेरितों के कम 1.1-2; 1 कुरि. 2.11; . . 3.22) जो पित तथ पुत्र की ओर से आ है, (यूहन् ना 14.16-18, 26; 15.26; 20.22) जिसकी आर न और महिम पित तथ पुत्र के सथ होती है, ( . 6.3; मत्ती 28.19; 2 कुरि. 13.14; प्रकशित क् 4.8) जिसने भविष् द्क्ताओं के द्धार तें | (नहूम 11.29; मीक 3.8; प्रेरितों के कम 2.17-18; 2 पत. 1.21) हम एक पवित्र, कैथोलिक, और प्रेरितई कली पर विश्वास करते हैं| (मत्ती 16.18; इफि. 5.25-28; 1 कुरि. 1.2; 10.17; 1 तिमु. 3.15; . . 7.9) पपों की क्म के लिए हम एक को स्वीकर करते हैं, ( प्रेरितों के कम 22.16; 1 पत. 3.21; इफि. 4.4-5) और हम मृतकों के पुनरुत् थान और आने ले युग के जीवन की ओर देखते हैं| ( . 11.6-10; मीक 4.1-7; लूक 18.29-30; . . 21.1-5; 21.22-22.5) अमीन| (मत्ती 1.20-23; यूहन् ना 1.14; 6.38; लूक 19.10) जो कि हमरे लिए पोंतिउस पिलतुस के अधीन क्र स पर
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