ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
36 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न
परमेश्र के वचन की सच् चाई की पुष्टि करने के द्वार हम पवित्र आत् मा के सथ सहमत होते हैं, हमरे स्वंय के नकरत् क तचीत, विन , और अ विक कथनों को सह की ओर परिवर्तन करते हैं, कथन और पवित्र स्त्र के सथ नियमित बने रहते हैं| मसीह में हम नई सृष्टि हैं, और इसलिये अब हमें हिए कि इबिल के लेखक पवित्र स्त्र में हमरे स्वंय, हमरे भूतकल, और सबसे महत् पूर्ण है कि हमर क्मत तथ भविष् के रे में जो कह हैं उसे स्वीकर करन है| हम अन् कर के रज् से संबंध नहं रखते हैं; हमें परमेश्र के पुत्र के रज् में ल ग है, जो कि ज् योत क रज् है| प्रभु के द्वार छुटकर पए हुए ह ऐस कहें (भ. सं. 107.1-3)!
इस पठ से संबंद् परिशिषँ जिनक आपको अध् यन और मनन करन हिए निम् नलिित हैं:
परिशिष् टियाँ
नसरत क यीशु: भविष् की उपस्थिति (परि. 4) परमेश्र की कहनी: हमरे पवित्र जड़ें (परि. 5) पहले से समय के परे तक (परि. 6) प और तत् (परि. 7)
परन् तु जितनों ने उसे ग्हण किया, उन् ोंने उन्ें परमेश् र की सन् तन होने का अधिकार दिया (यूहन् ना 1.12)|
मख्
ऊपर दिए गए आपके मूलपठ के आ र पर अध् यन करके निम् नलिित ममलों और रणओं को पें और मनन करें, और उनके संकल् क उत्तर दें तथ अंतर्दृ ष् टि उपलब् करें| 1. "अभी मैं विजेता के समान महसूस नही करता हूँ|" कई (यदि अधिकतर नहं) नये मसीह उनके मसीह को अधिकतर आनन् और आत् विश्वास से शुरू करते हैं, जिससे शुरुआत में ह वे सत क समन करते है, और फिर द में स्वंय को पप तथ निन् दा से परे न पते है | अच् छ से शुरुआत करने के द, वे सदमें में जते है और निरुत् साहित होते कि मसीह जीवन "उतन आसन नहं है जितन कि प्र रक ने प् रतिज् ञा थ|" अभी भी वे पर में पडते है, वे क्रो करते है, वे पप करते है, और वे अब भी सन, ललच, और घमंड से संघर्ष करते है| वे स्वंय से पूछने लगते है " इबिल में जय के रे में बोली गई तें कहँ गई? जब कभी मैं प्रभु को पुकारूँ तो क् ों उसी क्ण चीजें सह नहं होती है? यदि परमेश्र मेरे सथ है तो क् ों मैं अब भी संघर्ष करत हूँ?" ऐसे व् यति को आप क् या कहोगे जो मसीह के रे में संदेह करत है, जो परे नी एवं जीवन के प्रतिदिन के तन के बीच विशेष रूप से जयवन् महसूस नहं करत है? 2. "मैं सचमुच में कैसे जान सकता हूँ कि मैं क्षमा किया गया हूँ?" प् रत् य क वृद्ध करने ल अपरिपक् मसीह इस त पर संदेह करत है कि क् या उन् ोंने उद्धार प है| यद्धप उन् ोंने अपन जीवन प्रभु को दे
परिस् थति का विस् तृ अध् यन
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