ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

पठ 4 हमें प्राप् होने वाला दान विश्वास की अच् छी लड़ई में पवित्र आत् मा की भूमिक

कली को वरदन के रूप में, परमेश्र ने प्रेरितों, भविष् द्क्ताओं, सुसम र सुनने लों*, उनके सथ पस नों* और शिक्कों को है, इन सब क उद्ध श् सेवकई में पवित्र लोगों को तै र करन है, और मसीह की देह को बनन है| परमेश्र क उद्ध श् है कि हम सब विश्वासियों के समन विश्वास की एकत तथ मसीह, परमेश्र के पुत्र के घनिष्ट ज्ञान को प्त करें, जिससे हम आत् मक रूप से पूर्णत परिपक् हो सकें, जहँ हम स्वंय मसीह के परिपूर्णत के स्तर तक पहुँच सकें| परमेश्र हत है कि हम बच् ों के समन कार् न करें, झूठ शिक्षा की लहर में हम यहँ और वहँ उडे न जएँ, उस के बह में बहने न पें , और उन धोखे ज लोगों की आ के धूर्त बर्ताव से कई धोखे ज योजनओं में धकेले न जएँ| जूद इसके, वह हत है कि हम प्रेम में सच् चाई को बोलें, हर तरह से उस मसीह की ओर बढ़ें जो विश्वासियों क शिरोमणि है| ~पौलुस इफिसियों को लिखत है (इफि. 4.11-15) इस सत्र के अंत में, विश्वास करने के द्धार तुम हमें प्त होने ल दन को अपन सके कि: • पवित्र आत् मा प्रत् य क विश्वासी में स करत है, और प्रत् य क विश्वासी को देह में से करने क वरदन देत है| • जैसे पवित्र आत् मा हमें से करने क अवसर देत है तो मसीह में हमें स्वतंत्रत ग है कि हमरे वरदनों क अभ् यास करें| • आत् मा के मार् दर्शन से, वरदनों और बल के द्धार, हमें इतनी समर् थ् द गई है कि कली में विश्वासियों के सथ मजबूत संगति में जी सकें, परिपक् त तथ एकत में एक सथ बढ़ सकें| अनंतकल के परमेश्र, मेरे पित, आप अपने वचन में कह है कि आप सरे ज्ञान तथ बुद्ध के स्रत हैं| प् यारे पित, मैं इसे सत् के रूप में स्वीकर करत हूँ, और मैं आप से मँगत हूँ कि मुझे स्वर्गी बुद्ध दे, जिससे मैं वचन की सच् चाई को सह रूप से विभ त कर सकूँ (2 तीमुथियुस 2.15)| कृप * ससमाचार सननेवाले उन कम करने लों क ह ल देत है जिन्ें पवित्र आत् मा खोये हुए लोगों के सथ सुसम र के शुभ सम र को कहने क प्रभ कर वरदन है| जबकि सरे विश्वासियों को आज्ञा द गई है कि सुसम र को टे, कुछ लोग इस क्ष त्र में विशेष वरदन पए हुए होते हैं और मसीह की कली को बनने में मदद करते हैं| * पासबान "चर ह" हैं जिन्ें भेडों की रखवली क कम ग है, उदहरण के लिए नीय कली | पस नों को हिए कि उनके इबिल को शिक्षा, ईश्र सलह, और उत् साह से भेडों की रक्षा करें, खतरों के विरुद् भेडों को चेत नी दे, और उनके समुद ों में परमेश्र के कम को नियमित जर रखने में अगु ई करें|

उद् धेश्

बुद के लिए आरंभ क प्रार्थना

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