ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

पठ 6 आत् मिक उन • 89 इस पठ से सम् बं ित परिशिषँ जिनक आपको अध् यन करन है तथ मनन करन है निम् नलिित हैं: निर्भरत की हमर घोषण: मसीह में स्वतंत्रत (परिशिष्ट 9) उचित प्रतिनिधित् करन: परमेश्र के रज् में चेलों की वृद्ध करन (परिशिष्ट 20) ओइकोस करक (परिशिष्ट 10)

परिशिष् टियाँ

मेरी आज्ञ ये है: जैसा मैं ने तम से प्रेम रखा है, वैसा ही तम भी एक दूसरे से प्रेम रखो (यूहन् ना 13.34)|

मख्

निम् नलिित ममलों तथ रणओं को पढ़ें तथ उन पर मनन करें, और उनके हल के लिए उत्तर एवं अंतर्दृ ष्टि उपलब् करें, जो कि ऊपर दिए गए आपके अध् यन पर आ रित होन हिए| 1. "मेरे पास कौन से आत्मक वरदान हैं तथा कैसे मैं उनका उपयोग कर सकता हूँ?" इबिल कहत है कि हर विश्वासी को आत् मक वरदन दिए गए हैं जो उन्ें मसीह समुद में अपने एवं दूसरों के आत् मक वृद्ध के लिए इस्तेमल करन है (रोमि. 12.3-8; 1 कुरि. 12.4-11; इफि. 4.9-15; 1 पत. 4.10-11)| इन वरदनों क उपयोग विश्वासियों की देह में होन हिए, जैसे वे वार् तालप करते हैं, एक सथ जीते हैं, से में जुडते हैं, और पस नी देखरेख के अधीन आपस में बढ़ते हैं| यह क् ों महत् पूर्ण है कि हम दूसरों की से करें तथ उनकी देखभल करें न कि हमर विशेष वरदन क् या है इस विषय पर उनसे तर्क -वितर्क करें? 2. "एक सदस् के समान मझे कलीसिया से क् ों जुड़ ना है जबकि मैं हर सप् तह सभाओ में भाग लेकर अच् छ महसूस करता हूँ?" जब हम शिष् त तथ दूसरे मसीहियों के आत् मक वृद्ध के रे में नीय कली में चर्च करते हैं, तो ऐसे में एक नए विश्वासी ने कली के सथ ल होने के उनके अनुभव के रे में तें की| "जिस कली में मैं अभी जती हूँ उसमें भग लेने में मैं रूचि रखती हूँ|" मैं आर न तथ पस न के प्र र को पसंद करती हूँ, और उनकी सभें छोट तथ अच् छी होती हैं| सच् चाई यह है कि मेने कभी भी सदस्य के समन कली से जुडन नहं ह है| मैं ऐसे लोगों को जनती हूँ जो केवल रवि र प्रार् न सभ में जते हैं परन् त वे छोटे समूहों में नहं जते हैं, दूसरे कार् यक् रमों में भग नहं लेते हैं| मैं इसे पसंद करती हूँ| मुझे क् ों एक कली से जुडन हिए जबकि स ह में एक र जकर मैं अच् छा महसूस करती हूँ? इस अध् यन में आपने जो कुछ सी है उस पर आ रित कर, इस बहन को आप कली केवल रवि र सुबह की आर न से में भग लेने के बज कली क सदस्य होने के रे में क् या कहेंगे? 3. "मसीही लोगों के साथ मित्रता बनाना आसान नही है|" कली में भग नहं लेने के संबंध में एक कठिनई जिसक समन कई लोगों ने वह है व् यतिगत रूप से मित्रत क अभ | यह सचमुच में आश्चर्य की

मामले का अध् यन

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