ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

104 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न

समर् थ् से हर पर में न पडने देग, वरन पर के सथ निकस भी करेग कि तुम सह सको|

सदैव हमरे परमेश्र को ह्रदय से धन् यवाद दें, जो हमरे प्रभु यीशु मसीह के सथ हमें जयवन् बनते है (1 कुरि. 15.57)! हमें शैतन के समर् थ् से ग है, अंधकर के रज् से छुड़ा ग है, क्र स पर यीशु के लहू से छुड़ाये गए हैं, नये सन के सदस्यों के समन हमर वागत हुआ है, हमरे परमेश्र के प् यारे पुत्र के नये अधिकर और रज् के रे में घमंड करें (कुलु. 1.13)| यह महन जय हमर है, परन् त हमें सीखन है कि कैसे हम हमरे महन शत्रु क समन करेंगे, और अच् छी लड़ाई में ल होगें, और युद् में योद्धा के समन होने ली परे ों को सहेंगे| उन क्षे त् रो के रे में सोचें जहँ आपको क्रिस् सत विक् र (एक शीर्षक जो यीशु को ग जिसक अर्थ है "जय मसीह क है"), आपके पर र में, मित्रों में, आपके पड़ौसिों में, आपके नौकर में, और उनके बीच जिनसे आप मिलते हैं प्रभु को प्रस्तुत करने के लिए बुले गए हैं| अब आप मसीह के एक सैनिक हो (2 तीमुथियुस 2.1-8), और आपको शत्रु के निरंतर आक्मणों क समन करने के लिए बुल ग है| इस युद् में पहल चीज हमें सीखने की आवश् कत यह है कि कैसे हम हमरे आंतरिक सं द को परमेश्र के वचन से जोड सकते हैं| यह परिस् थितँ नहं हैं जिसक समन हम करते हैं, परन् त वि र हैं जिन्ें हम स्वंय को बतते हैं ये जिस तरह हम महसूस करते और कैसे हम कार् करते हैं दोनों को आकर देती है तथ प्रभवित करती है| अब हमें इस महन युद् में, हमरे परिचय के रे में, मसीह के जय के रे में, और उन संस नों के सच् चाई के रे में जिन्ें प्रभु ने हमें युद् जीतने के लिए है स्वंय को बतें | ऐसे वि र जिन्ें हम स्वंय को बतते हैं (वे चीजें जिन पर हम विश्वास करते हैं) निश्चित करते हैं कि कैसे हमें बर्ताव करन हिए, स्वंय से तचीत करने के नये बड़ आदतों को हमें सीखन है| हमें परमेश्र से सहमत होन सीखन है, शैतन की समर् थ् पर यीशु के जय की पुष्टि करन है, और विश्वास करन है कि जब हम परमेश्र को समर्पण करते हैं और शैतन के झूठ क समन करते हैं, तो शैतन भग जएग| अभी शुरू करें (आज), और पवित्र आत् मा से मँगे कि जिन झूठ पर आप विश्वास कर रहे हैं उसके प्रति सतर्क हो जएँ| परमेश्र के वचन की सच् चाई पर आ रित होकर आप स्वंय के जीवन क अनु द करने और आपके जीवन में मसीह के होने क निश्चय करे, न कि चीजें कैसे द ई देती हैं आप कैसे महसूस करते है इस त पर आ रित होकर करें| वि रों के नये आदतों को सीखने में समय लगत है, इसलिये धीरजवंत रहे| आप जितनी सच् चाई की पुष्टि करेगे और यीशु में आपके जय क द करेगे, आप उतने ह मजबूत होगे, जो आपको आत् मक युद् में प्रभ कर बनएग| आज से ह शुरू करें, परमेश्र से मँगे कि आपको बल दे जब आप नये स्वभ , नये आदत, और सोचने के नये नमूनों क आकर देते हैं| जब आप इसे करते हैं तो आप उस जय में जीयेंगे जिसे यीशु मसीह ने आपके लिए प्त क है, निरुत् साह तथ भ नत् क परे नी से बचें, और आपके मसीह जीवन की परिपक् त में बढ़े|

सबध

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