ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

114 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न

हुआ ह र झूठ है, जिसे इबिल ने दुष्ट के जलते हुए तीर के समन वर्णन है, जिन्ें केवल विश्वास की ढल से बुझ ज सकत है (जो कि परमेश्र के ह र क एक भग है)| इसके अतिरिक्, हमें सत् क कमरबंध, धार्मकत क झिलम, शान्ति के सुसम र के जूते, उद्धार क टोप, और आत् मा की तल र, अर्थत परमेश्र क वचन ग है| जब आप इस आत् मक युद् में ल होते है तो कभी भी निरुत् साहित न हों: दुःख सहने तथ कठिनई क अपन भग मसीह यीशु के अच् छ सैनिक के समन लें| द रखें, कोई भी सैनिक संसरिक कर्तव् में संलिप्त नहं हो सकत है प्रतिदिन के नगरिक गतिविधियों में नहं फंस सकत है, उनक एक ह लक्ष यह है कि जिसने उन्ें से करने को चुन है उसे प्रसन् करन है (2 तीमुथियुस 2.3-4)| झूठ, आरोप लगन, निन् दा करन, और नकरत् क सोच के द्वार शत्रु नियमित आक्मण करत है| लड़ाई सीखने में ल है नियमित र से अनु सन तथ विश्वासयोग् त| शत्रु के झूठ के विरुद् आप जितन अधिक परमेश्र के ढल क इस्तेमल करेंगे, उतन ह अधिक आप जयवंत होगे| धीरज रखें तथ प्रभु क इंतजर करें| इस पठ से संबंधित जिन परिशिष्टियों क आप अध् यन करेंगे तथ मनन करेंगे निम् नलिित है: इबिल प न कैसे शुरू करें (परि. 3) विभिन् भगों और सम् पू र्त में इबिल को समझन (परि. 13) पवित्र स्त्र के सरंश की विषय सूची (परि. 17) नये नियम क वं ली विषय सूची (परि. 18) मसीह के रे में बतन: सुसम रों क संबंध (परि 19) परमेश्र उठे! परमेश्र को ढूंढने के सत "A’s" और उनके भलई के लिए विनती करन (परि. 23) विक मसीह जीवन में सम् या जब आप सवेरे उठते हैं तभी से शुरू होती है| आपके सभी दिन भर की आें आपकी आखों के समने जंगली जनवरों के समन ओर दौडती महसूस होती है| सुबह क पहल कम उन सब को पस उनके ख़ याली कमरे में बंद करन है; त आप दूसरे आ ज को सुन पए, दूसरे दृष्टिकोण को देख पएं, और उस वि ल, समर्थ, न् मय जीवन को हमसे परिचित कर पए |पूर दिन ऐस ह होत है| हम पहले इसे क्ण भर ह कर पते हैं| परन् त उन क्णों से हमरे जीवन में न आत् मक जीवन कार् करन शुरू करत है ; क् ोंकि अब हम उसे हमरे सह भग में कम करने की अनुमति दे रहे हैं| यह अंतर पेंट जो केवल सतह पर रहत है और डई धब्ें के बीच है, जो पूर्णत सोख जत है| ~सी. एस. लेविस| रिचर्ड जे. फोस्टर और जेम् ब्रयान स्मिथ, संकलित| डिवोशनल क् लासिक् : र इज् एडिशन सिलेक् ट ड रीडिं ग् फॉर इंडिविजुअल् एंड ग्रप् | रेनो रे. इंक| (हार् र कॉलिंस पब्लिशर्), न् य यॉर्क | 1993. p . 9|

परिशिष् टियाँ

Made with FlippingBook Online newsletter creator