ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
परिशिष् ट • 153
5. एक विश्वासी के सभी अपर ों को क्षमा किया ग है – इफि. 1.7| भूतकल, वर्तमन और भविष् के उनके सभी पपों को दे जएग| 6. एक विश्वासी पुरने मनुष् त् के न् याय में नये ल-चलन में जीवन् र से मसीह के साथ जड़ा हुआ है – रोमि. 6.1-10| उनको मसीह के सथ मेल में ल ग | 7. एक विश्वासी "व् वस् थ से स् वतंत्र" है – रोमि. 7.2-6| वे निन् दा के लिए मर चुके हैं, और न् याय के लिए छुटकर पें हैं| 8. एक विश्वासी को परमेश् र का सन् तन बन ग है – गल. 3.26| पवित्र आत् मा के नये बनने की समर् थ् के द्धार उनक न जन् से वे परमेश्र के सथ संबंध में प्रवेश करते हैं जिसमें परमेश्र क पहल व् यति उनक वैध पित बन जत है और उद्धार प हुआ वैध सन् तान जिसके पस हर अधिकर तथ शीर्षक हैं – परमेश्र क उत्तर िकर और मसीह के सथ एक सह उत्तर िकर| 9. एक विश्वासी को एक वयस् सन् तन के समान पित के घरने में अपन ग है – रोमि. 8.15, 23| 10. यीशु मसीह के द् धार एक विश् वासी को परमेश् र के लिए स् वकारयोग् बनाया ग है – इफि. 1.6| वे धर्म बने गए हैं (रोमि. 3.22), पवित् र किए गए हैं (अलग किए गए हैं) पद ग है (1 कुरि. 1.30, 6.11); उनकी स् थति एव पद स् थति में सर्वदा के लिए सिद्ध किए गए हैं (इब् रा. 10.14), और अतिप्रिय के समन स् वकार किए गए हैं (कुलु. 1.12)| 11. एक विश् वासी न् ययी ठहराया ग है – रोमि. 5.1| परमेश्र के आज्ञा के द्धार वे धर्म ठहरए गए हैं| 12. एक विश् वासी सही किया गया – इफि. 2.13| परमेश्र और विश्वासी के बीच एक कर ी संबंध बन ग और उपस्थित है| 13. एक विश् वासी को अन् कार के सामर् थ् से छड़ाया गया है – कुलु. 1.13; 2.13| एक मसीह को शैतन और उनके दुष्ट आत् माओं से छु ग है| फिर भी चेल इन समर् थ्य के विरुद् संघर्ष जर रखत है| 14. एक विश् वासी परमेश् र के राज् में बदल गए हैं – कुलु. 1.13| एक मसीह शैतन के रज् से मसीह के रज् में रूपंतरण हुए हैं| 15. यीशु मसीह, जो कि चट् टान है उस पर विश् वासी को रोपा गया है - 1 कुरि. 3.9-15| मसीह ह वह नींव है जिस पर विश्वासी बने हैं और उस पर ह मसीह जीवन बन है| 16. एक विश् वासी यीश मसीह के लिए परमेश् र का वरदान है – यूहन् ना 17.6, 11, 12, 20| वे यीशु मसीह के लिए पित क प्रेम वरदन हैं|
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