ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

154 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न

17. एक विश् वासी मसीह में खतना किए गए हैं – कुलु. 2.11| वे पुरने पप प्रकृति के समर् थ् से छुडे गए हैं| 18. एक विश् वासी पवित्र तथा राजकीय याजकपन के भागी हैं - 1 पत. 2.5, 9| वह एक जक है क् ोंकि उनक संबंध मसीह, मह जक, और वे मसीह के सथ पृथ् व पर सन करेंगे| 19. एक विश् वासी चने गए पी ी, एक पवित्र राषट्र और विशेष लोगों के भगी हैं - 1 पत. 2.9| इस युग में यह विश्वासियों क दल है| 20.एक विश् वासी स् वगीय नागरिक है – . 3.20| उनके पस जब तक पृथ् व पर क जीवन है वे अजनबी से हैं (1 पत. 2.13), और वे स्वर्ग में सदैव सच् च घर क आनन् लेंगे| 21. एक विश् वासी परमेश् र का परिवार तथा घराना है – इफि. 2.1, 9| वे परमेश्र क "पर र" हो जते हैं जो सह विश्वासियों से मिलकर बन है| 22.एक विश् वासी पवित्र लोगों की सगति है – यूहन् ना 17.11, 21-23| वे एक दूसरे के सथ विश्वासी की संगति के भग हैं| 23.एक विश् वासी स् वगीयता से जड़ा है – कुलु. 1.27; 3.1; 2 कुरि. 6.1; कुलु. 1.24; यूहन् ना 14.12-14; इफि. 5.25-27; तीतुस 2.13| वे अब मसीह के जीवन, स्थिति, से , दुःख उठन, प्रार् न, मसीह के सथ दूल् हा के समन सगई होन, और पुन: मसीह के आगमन की आ करन| 24.एक विश् वासी की पहँच परमेश् र तक है – इफि. 2.18| उन तक परमेश्र क अनुग्ह पहुँचत है जो उनको आत् मकत में बड़ने देग, और वे पित तक बिन के पहुँच सकते हैं (इब्रा. 4.16)| 25.एक विश् वासी परमेश् र के देखरेख के अन् र है – रोमि. 5.8-10| वे परमेश्र के प्रेम के उद्ध श् हैं (यूहन् ना 3.16), परमेश्र क अनुग्ह (इफि. 2.7-9), परमेश्र की समर् थ् (इफि. 1.19), परमेश्र की विश्वासयोग् त ( . 1.6), परमेश्र की शान्ति (रोमि. 5.1), परमेश्र क संत् न (2 . 2.16-17), और परमेश्र की मध् यस् त (रोमि. 8.26)| 26.एक विश् वासी परमेश् र का विरासत है – इफि. 1.18| उनको पित ने मसीह को भेंट के समन है| 27.एक विश् वासी के प स परमेश् र का विरासत है और वह सब जो परमेश्र सौंपत है - 1 पत. 1.4| 28.एक विश् वासी के प स प्रभ की ज् यति है - 2 कुरि. 4.6| उनके पस यह ज् योत है, परन् त उनको आज्ञा द गई है कि वे ज् योत में चलें|

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