ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
158 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न
पवित् र स्त्र के प्रति एक गहर समर्पण से, हमें एक नये, अधिकरिक, और बल प्त विश्वास के महन परंपर के बीज की पुन: खोज करनी है| हम रूपंतरित हो सकते हैं जैसे हम सूचन के द्धार मूल विश्वास तथ अभ् यासों को कली के भ नक विभजन से पहले और कली इतिहस के विखंडनों को पुन: प्त करते हैं| अच् छी त है, यदि हम विश्वास करते हैं तो हमें कम से कम शुरुआती कली और उनके जीवन की ओर फिर से देखन है, इससे भी उत्तम, और भरोस कर लें कि महन परंपर को पुन: प्त करने के लिए कली में न पन होन हिए, में हम प्त करने की आ कर रहे हैं? क् या जो कुछ ीन कली ने कह हम उसे बिन किसी आलोचनओं के स्वीकर कर रहे हैं और जैस "सुसम र" ने कि समन् त सह रहें क् ोंकि संसर में यह नसरत के यीशु के आश्चर्य कर देने ली घटनओं के कर थ? क् या यह अन् र में पुरन "फैशन" है और स्वंय भी है? नहं| न ह हम सभी चीजों को आलोचनत् क रूप से स्वीकर करते हैं, न ह हम विश्वास करते हैं कि अन् र में पुरन, और स्वंय, सचमुच में अच् छा है| हमरे लिए सच् चाई वि रों से बडकर है ीन द ों से; क् ोंकि हमरे लिए सच् चाई नसरत के यीशु के व् यतित् में देह र हुआ थ, और पवित् र स्त्र इतिहस में उनके प्रक न तथ उद्धार के अर्थ को अधिकरिक तथ पिछले द देते हैं| हम चीजों को ऐसे ह स्वीकर नहं कर सकते हैं, क् ोंकि ऐसी सूचन है कि उनको भूतकल में भी ग थ, भूतकल में शुरू हुआ थ| आश्चर्यचकित की त यह है कि महन परंपर स्वंय ह गंभीर रूप से हमरे सथ तर्क देत है कि कभी पवित्र जनों को दिए गए छुटकर के विश्वास में बने रहें (यहूद 3), जिससे प्रेरितों ने जिस परंपर को प्त है उसके अपने तथ उसक उत् स मनएं, स्वंय पवित्र पवित्र स्त्र जिसमें बन है उसमें जड पकडे तथ उनकी व् याख् या कर सकें, और मसीह अंगीकर तथ इस बीच त् जरहोम महन परंपर में उनके स्वंय के दस थियोलोजिकल तत् ों के विषय सूची को देत है जिनके विषय वह विश्वास करत है कि ये पुन: व् याख् या करने और फिर से देखने के योग् हैं, 4 मैं विश्वास करत हूँ कि इबिल संबंधी एवं आत् मक सुवि के बिंदु के अनुसर ऐसे सत आ म हैं, जो हमें इस त पर विश्वास करने क बल दे सकते हैं कि शुरुआती कली ने क् या विश्वास उसे समझने में हमें बल दे सकते हैं, और उस तरह जैसे उन् ोंने यीशु मसीह में उनके जीवित विश्वास की रक्षा की है| इस समय के दे ज, अंगीकर, और अभ् यासों के प्रति भकति से ीन कली ने परमेश्र के उद्धार की प्रतिज्ञा की ग ह मूर् तिपूजकों तथ दुष्ट पी ों के बीच द है| 4 पूर्वोक., pp . 27-29| त् जरहोम के दस तत् तर्क देते हैं कि उनके कम के संदर्भ में वह महन परंपर को पुन: प्त करने के लिए उनके ढँ गत तत् ों और एकुमेनिकल आशय क तर्क देत है| मैं सम् पू र् ह्रदय से तर्क पर समन् रूप से उनके द्धार जोर दिए जने से सहमत हूँ, जैसे कि मेरे स्वंय क विश्वास हो, जो यह द करत है कि महन परंपर के अन् र रूचि रखन और अध् यन करन समकलीन कली में आर न, से , और मिशन को न कर सकत है और संपन् कर सकत है| अभ् यास को प्रगट कर सकें| महान परपरा के मूल आयाम
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