ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
परिशिष् ट • 161
अब भी जन् लेने पर हैं, एक पवित्र कैथोलिक (वैश्वक), और प्रेरितई समुद को बनते हैं| विश्वासियों की सभ में नियमित एकत्रित होने के द् धार , नीय कली के सदस्य वचन तथ सक्र मेंट् में परमेश्र की आर न करते हैं, और उनके अच् छ कम तथ सुसम र के प्र र की ग ह देते हैं| के द्धार नये विश्वासियों को कली में भग लेने देकर, कली उनकी संगति में रज् के जीवन को मूर्त रूप देती है, और वचन तथ कम की विकत को परमेश्र के रज् के द्धार उनके जीवन तथ संसर की से में प्रदर् शित करती है| 6. विश् वस की एकता| महन परंपर स्पष्ट रूप से यीशु मसीह के कली के वैश्वक होने की पुष्टि करत है, उसमें कली संगति रखने तथ आर न और पूरे कली युग (वैश्वक कली ) के धर्मविज्ञान को जर र है| क् ोंकि केवल और केवल एक आ , बुलहट, और विश्वास है जिससे महन परंपर ने लड़ाई है, और वचन में, सिद्धांत में, आर न में, और दनधर्म के कम के प् यासे रहे हैं| 7. जीवित हए मसीह का इवैंजेलिकल आज्ञ| महन परंपर प्रेरितई आज्ञा की पुष्टि करत है जिससे वे यीशु मसीह में परमेश्र के जय को र पर प्रगट कर सकें, और प्र र कर सकें कि अनुग्ह ह से विश्वास के द्धार उनके नम से उद्धार है, तथ सभी लोगों को मन फिरने के लिए आमंत्रित करें और विश्वास दें कि परमेश्र के रज् में प्रवेश कर सकें| न् याय एवं धर्म कमों के द्धार, आज संसर में कली रज् को प्रगट करत है, उनके प्र र करने के द्धार एवं जीवन के द्धार ग ह उपलब् करत है, और संसर के अन् र एवं के लिए ( सक् र मेंटुम मुंड ), परमेश्र के चिन् को प्रस्तुत करत है, जैसे कि वो सच् चाई क स्तंभ तथ मैदन है| परमेश्र के रज् क प्रमण के समन और परमेश्र के वचन क संरक्क के समन, कली को यह आज्ञा द गई कि स्पष्ट परिभष दें और उन सभी के विश्वास की रक्षा करें जिसक छुटकर प्रेरितों ने कली को द है| निष् कर्: पीछे देखकर हमारे भविष् को ढूँढना एक ऐस समय जहँ कई लोग परमेश्र के लिए तें करते हुए द ों को सुनकर गड़ ब की आ ज से संदेह में हैं, इसलिये यह हमरे लिए हमरे विश्वास के जडों की खोज फिर से करने के समन है, पस शुरुआती मसीह अंगीकर अभ् यास की ओर जएँ, और देखें कि क् या में, हम मसीह की आर न के सोत में हमर पह न की खोज कर सकते हैं और चेलपन क कम संसर को बदलने के लिए कर सकते हैं| मेरे वि र से, यह गंभीर, महन परंपर के इवैंजेलिकल सम ोजन से होग, अर्थत मूल विश्वास और अभ् यास ह हमरे सभी परम् रओं क स्रत है, हे वह कैथोलिक हो, रु द हों, एंग्लकन हो प्रोटोस्टेंट| बेशक, विशेष परम् रें निरंतर अधिकरिक परंपर (उदहरण के लिए, पवित् र स्त्र) को प्रगट करने एवं उनके लिए वचनबद्त में जीने और उनकी आर न, शिक्षा देने, और से के द्धार महन परंपर को ढूंढने के समन है| हमरेंभिन् मसीह परंपर (थोड़ा) है, जब ये हमरे पवित्र स्त्र में जडें हुआ है तथ पवित्र स्त्र की शिक्षा को प्रगट करत है तो उनकी अगु ई पवित्र आत् मा करत है, नये संस्कृतियों सह-संस्कृतियों में सुसम र को जर
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