ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2

पठ 3 हमें मिलने वाला प् रवे श • 49 यूहन् ना 3.1-3), मसीह के देह के समन (रोमि. 12.4-8), और पवित्र आत् मा क मन् दर के समन जी सकें तथ वृद्ध कर सकें(1 कुरि. 3.16-17)| हमें ऐसे बन ग है जिससे हम कभी भी हमरें मसीह जीवन अलग-थलग न जी सकें, वैसे ह जैसे मनुष् की देह बिन पैरों हथों के प्रभ कर रूप से कार् नहं कर सकते हैं| परन् त नहं, सरे सदस्य महत् पूर्ण है जिससे देह वृद्ध कर सके तथ सिद् हो सके, और उस कम को पूर कर सके जिसे वह करन हत थ | प् रत् य क विश्वासी स्वंय को स्वर्गी नगरिक समझे, जो मसीह से जुड़ा हुआ है और उनमें यीशु के पृथ् व पर पस आने की जीवित आ है| इस स्तर पर प् रत् य क नीय कली को परमेश्र के रज् क दूत स समझ जए, स्वर्गी रज् की एक कॉलोनी, जहँ विश्वासी बढ़ने, आर न, और प्रभु की से करने के लिए दूसरे वृद्ध करने ले विश्वासी के सथ इकट् ट होते हैं| आरंभ से, पवित्र आत् मा ने मसीह के लोगों को पह न देने, अंगीकर करने, और प्रेरितों की शिक्षा तथ अभ् यास क करने के लिए अगु ई है, जैसे कि इबिल में इसकी नींव है और वरषों से कली में इसकी शिक्षा द गई थी| यह महन परंपर, यह मूल धर्म विज्ञान और कली के अभ् यास पर विश्वास ग , प् र र ग , संसर के रों ओर नीय कली में इसक उत् स मन ग , जहँ मसीह को प्रभु तथ मसीह के रूप में स्वीकर जत है| हमरे विश्वास करने के तुरन् द जो प्रवेश द्वार हमें मिलत है वह कली की सदस्यत है, एक सदस्यत जो नीय पस न तथ विक लोगों के सथ होने क है, जहँ हम बढ़ते हैं, आर न करते हैं और एक सथ मसीह की से करते हैं| इस पठ से संबंधित परिशिँ जिनक तुम अध् यन तथ मनन करोगे निम् नलिित हैं: मसीह में तेंतीस आशीषें (परि. 14) मसीह में (परि. 8) नसरत क यीशु: भविष् की उपस्थिति (परि. 4) पीछे देखते हुए आगे न: इवैंजेलिकल सु र के महन परंपर की ओर (परि. 16) निसेन धार्मक सिद्धांत (परि. 24 और 25) प्रेरितई धार्मक सिद्धांत (परि. 26)

परिशिष् टियाँ

मसीह में हमने प्रत् य क आत्मक आशीषों को प्राप् किया है (इफिसियों 1.3)|

मख्

जिन मूलपठों क आपने ऊपर अध् यन क है उनके आ र पर निम् नलिित मुद्दों और रणओं को पढ़ें तथ उन पर मनन करें, और उन्ें हल करने में उत्तर तथ अंतर्दृ ष् टि उपलब् करें|

परिस् थति का विस् तृ अध् यन

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