ववशवास की अच् छी लड़ाई लड़ना - Fight the Good Fight of Faith Hindi, v.2
16 • विश्वास की अच् छी लड़ई लड़न
वरदनों में अंतर कर सकूँ| पवित्र आत् मा के द्वार मुझे बतएं कि आपकी इच् छा क् या है, और मुझे ऐसी अंतदृष्टि दें कि सम् पू र् ह्रदय से आपके उद्ध श् को लेकर चल सकूँ| प्रिय प्रभु, कृप कर जल् दी से सुनने, धीरे बोलने, और धीरे से क्रो करने में मेर मदद करें ( कूब 1.19)| मेरे मुँह के वचन और मेरे ह्रदय क ध् यान तेरे सम् मु ग्हण योग् हों| मुझे अनुमति दें कि आपकी सच् चाई को बुद्ध के सथ कहुं जिससे जितनों के सथ मैं तें करूँ वे आप की सच् चाई को समझ सकें और इससे लभ लें| इस अध् यन में मुझे सी एं कि तेरे वचन और निरदे श को प्त करूँ| यीशु, मेरे प्रभु और उद्धारकर्त के मजबूत नम से मैं इन चीजों को मँगत हूँ, अमीन| चीजों से जुड़ा हुआ होत है| हजरों लोग विश्वास करते हैं कि ब्म् हाण् में केवल हम मत्र नहं हैं, यद्धप वे तत् काल इस त क सुझ देते हैं कि उन्ें यह पत नहं है कि यह जीवन कहँ से आ है, यह क् या है| अन् विश्वास करते हैं कि मनवज स्वंय सूरजों और आक गंगओं की आक ीय पिंड के विस्तृत समुद् में है| कुछ और हैं जो विश्वास करते हैं कि मनवज क विकस कृतिक प्रक्रिया के द्वार हुआ है, दूसरों के कहने क अर्थ है देवतओं*, और अन् ऐसे भी हैं जो सुझ देते हैं कि इस तरह के चीजों को जनन संभव नहं है| बचपन में बढ़ते समय आपके दृष्टिकोण क् या थे कि तुम कहँ से आये हो, और स्वर्ग और संसर के उत् पत्त के रे में आपको कौन से वि र को सी ग थ? 2. "एक समय की बात है. . .!" बचपन से हम में से अधिकतर लोग कहानि ों को सुनते हुए बड़ हुए हैं – नर्सर कवितओं के समन, परियों की कहानि ों और अन् कहानिँ जो बच् ों के लिए तै र की गई हैं, जिन्ें घरों स्कूल में सी जत थ| संसर में जहँ कहं मनवजाति रहती है, वे कहनी बतन तथ सुनन पसंद करते हैं| फिल् , पुस्तकें, हँसी-मजक, ट.व् ही. कार् यक् रम, वृत्तचित्र, सोशल मी , सम र पत्र, और रेडियो – हर दिन हम दर्जनों कहानि ों को सुनते हैं, कुछ सत् , कुछ झूठ, कुछ प्रेरणद क, और अन् लज् जापूर्ण होते हैं| क् या यह आपको आश्चर्य नहं करत कि स्वंय इबिल एकमत्र बड़ कहनी को बतती है? पवित्र स्त्र पुस्तकों (पूरे 66 पुस्तकें, जिन्ें कई लेखकों ने 1500 वरषों से अधिक समय में ल है) क ग्थर लय है, परन् त ये सब एक ह कहनी को बतते हैं – परमेश्र, और उनकी इच् छा है की वह सृष्टि को न हत है| समन् त कह ों के रे में आप क् या सीखते हैं? क् या आपने कभी सुन है कि इबिल एकमत्र कहनी को बतती है वह है परमेश्र और उसक उद्धार? जिन कह ों को हमने सुन है प है उनके बीच क् या अंतर है, और इबिल के लेखकों ने एकमत्र कहनी बतई है परमेश्र और संसर को उनके द्वार जने ल उद्धार? 1. क् य ब्रम् हण्ड में केवल हम ही हैं? कई हॉलीवुड फिल् ों में ब्म् हाण् में अजनबी जीवन को ग है, जो समन् त नकरत् क बुर
सबध
* देवताओ – देवत अलौकिक ईश्र हैं जिनके पस महन समर् थ् होती है|
Made with FlippingBook Online newsletter creator